मुंबई APMC नाला सफाई में भारी भ्रष्ट्राचार का आरोप, APMC प्रशासन बना उदासीन
 
-मुंबई APMC मसाला मार्केट व कांदा बटाटा मार्केट में चेंबर सफ़ाई के नाम पर नाला सफाई कर पूरी सफाई का हो रहा है झूठा दावा*
जब नाला नेहीं ,तो सफ़ाई के नाम पर लाखों रुपये का टेंडर Apmc प्रशासन   ठेकेदारों के लिये निकाल रही है क्या?
स्वच्छता अधिकारी AC ऑफिस में बैठे कर रहे झूठा निरीक्षण
नवी मुंबई : मुंबई APMC मैं नाला   सफाई का कार्य   इस वर्ष भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। नाला सफ़ाई के नाम पर चेंबर सफ़ाई किया जा रहा है । कहीं आधा अधूरा नाला सफाई के कार्य को पूरा बता कर APMC की तिजोरी पर ठेकदार हाथ साफ करने में लगे हैं जिसका पूरा संरक्षण स्वच्छता अधिकारी कर रहे हैं। ये भ्रष्ट अधिकारी एसी ऑफिस में बैठे बैठे झूठी रिपोर्ट तैयार कर सफाई कार्य का निरीक्षण करने की बात बता कर APMC सचिव   को गुमराह कर रहे हैं। ठेकेदार द्वारा जिन नाली और गटरों की सफाई की बात कही जा रही है ,उसका रियलिटी चेक Apmc News डिजिटल ने कई बार सामने लाया है ।जब कोई खबर आती है तो स्वच्छता अधिकारी नाले के भीतर   लकड़ी के बंबू घुसाकर छोड़ देते है ,अधिकारी कहते है कि   इस लकड़ी बंबू से पानी जमा नेहीं होगा ।व्यापारी कहते है कि स्वच्छता अधिकारी नाला सफ़ाई का नया फ़ार्मूला लाया है ,बंबू के जगह पंप लगाना चाहिए लेकिन पंप लगाने से मलाई कम मिलेगा। मार्केट मैं कही पर नाले मैं से   कचड़ा बाहर निकल कर गटर के किनारे सूखने के नाम पर छोड़ दिया गया है जो बारिश में कीचड़ बन कर फिर से नाले और नालियों में वापस चला जा रहा है ।
मुंबई APMC मार्केट को डूबने से बचाने के लिए Apmc सचिव पी एल खंडागले   ने   आलू प्याज़ की थोक मंडी ,मसाला मार्केट व दाना मार्केट   के नालों की सफाई का लगभग २५ लाख रुपयों का ठेका ठेकेदारों   को दिया है ।मुंबई Apmc सचिव खंडागले ने स्वच्छता अधिकारी व ठेकेदारों को बारिश से पहले काम पूरा करने का आदेश दिया था। लेकिन स्वच्छता अधिकारी व ठेकेदार मिलकर नाले सफ़ाई की नाम पर चेंबर सफ़ाई सह कुछ ही नालों और गटरों की सफाई करके एपीएमसी प्रशासन   में पूरी सफाई होने की झूठी रिपोर्ट सबमिट कर रहे है। इस वर्ष मानसून की शुरूवात समय पर हो चुकी है। नाला सफाई ठेकेदार इसी बारिश का इंतजार कर रहे थे। इतना ही नहीं मुख्यालय में बैठे स्वच्छता   विभाग के भ्रष्ट अधिकारी उनकी गलत रिपोर्ट को मंजूरी दे रहे है, जिसका खामियाजा पिछले १५ वर्षों से बाज़ार घटकों को हो रहा है । आने वाले दिनों में होने वाली तेज बरसात पर आम जनता सह बाज़ार घटकों   को बड़ी मुसीबत का सामना भुगतना पड़ सकता है। इसी तरह का आरोप मार्केट के व्यापारी ,ट्रांसपोर्टर, माथाडी मज़दूरों द्वारा लगाए जा रहे है। पिछले साल भी बारिश की पहली शुरूवात में ही पूरा मार्केट तालाब में तब्दील हो गया था। जिसके बाद उक्त   ठेकेदारों के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु कई शिकायतें सचिव   को देकर उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की मांग की गई थी।मुंबई Apmc मसाला   व आलू प्याज़ की थोकमंडी मैं कई जगह पर जब गटर लाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है तो हर साल गटर लाइन सफ़ाई के नाम पर   APMC प्रशासन लाखों रुपये   निविदा ठेकेदारों की जेब भरने के लिए निकल रही है क्या ? ऐसे सवाल मार्केट के व्यापारी व माथाडी मज़दूर कर रहे है।
व्यापारियों का आरोप है की स्वच्छता अधिकारी और ठेकेदारों की सांठगांठ इतनी पक्की है कि आधा अधूरे नाला सफाई का बिल भी सफाई का काम पूरा हो गया बता कर पास हो जाता है। ऐसे ही भ्रष्टाचार के कारण हर वर्ष मानसून के समय मुंबई Apmc मार्केट में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। इस वर्ष भी होने की प्रबल संभावना साफ नजर आ रही है ।बाजरघटकों की शिकायत के बाद भी APMC प्रशासन   कान में तेल डालें और आंखें बंद किए हुए बैठा सब कुछ जानबूझकर देख रहा है।